यदि आप भी इससे परेशान हैं, तो बवासॶर के लिए 5 सबसे असरदार घरेलू उपचार यहाँ देखिये:
छाछ:
आयुर्वेद के अनुसार बवासॶर से पीड़ित लोग यदि रोज छाछ पीते हैं, तो यह बवासॶर में बहुत राहत मिलती है। इसके लिए आपको 100 मिलीलीटर छाछ में थोड़ा सा काला नमक और 1/4 चम्मच भुना हुआ अजवाइन पाउडर मिलाकर अच्छी तरह से मिक्स करना है। इस घरेलू पेय को भोजन के तुरंत बाद लेना चाहिए। यह तरीका कम से कम समय में बहुत अच्छे परिणाम देता है।
इसबगोल की भूसी:
यह आपके शरीर में फाइबर की मात्रा बढ़कर मल को मुलायम बनाने और आसानी से निकालने में मदद करती है। नियमित मल-त्याग में सहायक यह तरीका बवासॶर के दर्द को भी कम करता है। ध्यान रहे कि आप इसको सही अनुपात में ही लें। फाइबर की बहुत अधिक मात्रा गैस्ट्राइटिस (पेट में सूजन) और ऐंठन पैदा कर सकती है।
ज्यादा पानी पीना:
हमारे शरीर के पाचन तंत्र को ठीक रखने में पानी का बहुत महत्व है। बवासॶर से पीड़ित लोगों के लिए तो पानी अत्यंत ही आवश्यक है। प्रतिदिन कम से 9-10 गिलास पानी पिएँ। इससे मल त्याग में आसानी रहेगी।
सेंधा नमक:
सेंधा नमक वबासीर का एक कम प्रसिद्ध परन्तु उपयोगी निदान है। इसके लिए आप 2 चम्मच ग्लिसरीन और सेंधा नमक का मिश्रण बना कर रख लीजिये। अब इस मिश्रण को हर 5-6 घंटे के अंतराल पर प्रभावित क्षेत्र में लगाइये। यह उपाय हेमोर्रोइड्स के दर्द में बहुत राहत देगा।
सिट्ज़ स्नान (पानी में बैठकर स्नान):
यह बवासॶर के इलाज का सबसे प्रभावशाली उपाय है। हमारा मत है कि आप हेमोर्रोइड्स के अत्यधिक दर्द से राहत पाने के लिए गर्म पानी में सिट्ज़ बाथ लें। 15 मिनट के लिए ऐसा करें और हर मल-त्याग के बाद इसे दोहरायें। आप इसे जितनी बार संभव हो सके, दोहरा सकते हैं।